आपके दौर में सो गया है खुदा या किसी और को रब बनाया गया। आपके दौर में सो गया है खुदा या किसी और को रब बनाया गया।
इस ज़माने से मिरे रिश्ते अलग हैं थोड़े से लोग देते हैं दगा तो मुस्कुरा देता हूं मैं। इस ज़माने से मिरे रिश्ते अलग हैं थोड़े से लोग देते हैं दगा तो मुस्कुरा देता ह...
एक ग़ज़ल...। एक ग़ज़ल...।
हफ्ते में कभी -कभार ही आईना कमाल बताता है... हफ्ते में कभी -कभार ही आईना कमाल बताता है...
मुफ़लिसी चल बसी, दीन रुख़सत हो गया साज़ तो ज़िऩदा रहा, अकसाम रुख़सत हो गया मुफ़लिसी चल बसी, दीन रुख़सत हो गया साज़ तो ज़िऩदा रहा, अकसाम रुख़सत हो गया
मुझे फरेब नहीं आता ग़ालिब जो है वो है ! कि बस मत पीने दो उन्हें और ये इम्तेहान इश्क का है, गम का ... मुझे फरेब नहीं आता ग़ालिब जो है वो है ! कि बस मत पीने दो उन्हें और ये इम्तेहान...